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Showing posts from March, 2018

साइबर दुनिया – एक भुलभुलैया

पहले कैंब्रिज एनालिटिका, अब नमो ऐप और कांग्रेस की वेबसाइट/ऐप इससे पहले भी जब आधार को लेकर निजता की बात आती थी तो मुझको बहुत हंसी आती थी, क्योंकि जो जानकारियां ये आधार से लीक होने की बात करते थे उनमें से ज्यादातर तो पहले ही ऑनलाइन सर्वर पर स्टोर हो चुकी हैं। यूजर्स के लिये ये पूरा खेल एक भूलभुलैया जैसा हो गया है। आप कोई ऐप डाउनलोड करो और आपकी सारी जानकारी दूसरे हाथों में पहुंचने का रास्ता खुल जाएं। ये तो निजता के अधिकार की जबरदस्त धज्जियां उड़ने जैसा है। इसके लिए मैंने पहले भी साइबर सुरक्षा और इंटरनेट नॉलेज के प्रति कई बार सचेत किया। आईटी मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय को कई बार ट्वीट करके #CyberSecurity &  #InternetAwareness को हमारे स्कूल पाठ्यक्रम में डालने भी कहा है। पर जब लोगों की अज्ञानता से अगर इन्हें ही फायदा हो रहा तो ये क्यों जागरूकता लाना चाहेंगे। लेकिन अब इन सब के बीच सबसे अच्छी बात यही है कि लोगों का ध्यान इस ओर गया है, और उम्मीद है कि लोग अब ख़ुद से जागरूक होंगे। एक बात और बता दूं इंटरनेट अब तक का सबसे बेहतरीन आविष्कार है, आपको जो भी जानना है, सब इंटरनेट पर मौज

विश्व जल दिवस विशेष – इतिहास से समाधान

आज विश्व जल दिवस है। जल संकट को लेकर बहुत सी समस्याएं है जो अक्सर सुनने मिलती हैं आज तो विशेष दिन है तो ज्यादा ही मिलेगी। मैं ध्यान पानी को लेकर कुछ अलग तथ्यों पर ले जाना चाहूंगा। भारत में जल संकट वो समस्या है जो हर साल लेकिन एक विशेष मौसम में होती है मतलब अप्रैल, मई, और जून ! बाकी समय तो हम बेइंतहा जल की बर्बादी कर सकते हैं। ध्यान हमें बस यहीं देना है कि जो पानी बाकी मौसम में बहकर समुद्र में चला जाता है उसे किसी भी तरह से जमीन के भीतर पहुंचा सके। पहले ये समस्या इतनी विकराल नहीं थी क्योंकि सीमेंटीकरण इस हद तक नहीं हुआ था। आज हर जगह सीमेंटीकरण हो जाने से पानी धरती के गर्भ में नहीं पहुंच पा रहा। जल संरक्षण के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक उपाय तो बस वन संवर्धन और वृक्षारोपण हैं। इसके अलावा वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को अपनाना बहुत ही कारगर उपाय है। पर इसको लेकर मुझे कोई भी कारगर उपाय दिख नहीं रहे जमीनी स्तर पर। सरकार सभी को 2022 तक घर दिलवाने का दावा कर रही  इसका तो पता नहीं दिलवा पाएगी या नहीं पर इसमें वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का न होने सरकारी दूरदर्शिता की कमी को प्रदर्शित कर रहा।