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Showing posts from August, 2021

चमचों से सावधान

अगर जिंदगी में थोड़े भी सफल हुए हो ना, तो बस अपने चमचों से दूर रहना; क्योंकि चमचे लोग तुम्हें महानता का एहसास जरूर करा सकते, लेकिन महान नहीं बना सकते... उसके लिए तो तुम्हारा आचरण और मेहनत ही काम आएगा। चमचे तुम्हें अहंकारी बना देते है और तुम्हारी तरक्की में सबसे बड़ी बाधा होते है। और हां तुम वो चमन चुतिये होते हो जो मन ही मन खुद की तारीफ से खुश तो होते हो लेकिन असलियत में तुम्हारे पीछे हजार आलोचना होती है तुम्हारी नासमझियों की जो तुम्हें पता तक नहीं चलती। कहते है की भारत के सिस्टम में अफसरशाही और लालफिताशाही हावी है, जो देश की तरक्की में बाधक है... हां सच कहते है,.. लेकिन इस अफसरशाही के पीछे की असली जड़ चमचागिरी हैं... और ये चमचागिरी अभी से नहीं है अंग्रेजो के समय से है... उनकी चमचागिरी करने वाले ही उत्तराधिकारी हुए और धीरे धीरे ये चमचागिरी हर सिस्टम में बैठे व्यक्ति के व्यवहार में आ गई... आज हर कोई पहले खुद अपने ऊपर वाले की चमचागिरी करता है.. और फिर ऐसी ही चमचागिरी की उम्मीद वो अपने नीचे वालों से रखता है... और निसंदेह लोग लगे भी हुए है... क्योंकि आज चमचागिरी एक प्रोटोकॉल बन गया है... औ

जीवन है चलने का नाम

मेरी हमेशा से आदत रही है कि मैं अपने तरफ से कभी कोई ग्रुप नहीं बनाता... जो बना बनाया ग्रुप मिल गया.. बस वही है.. और उसके सारे सदस्य अपने ग्रुप में है। जैसे स्कूल में या कॉलेज में मेरी क्लास में जितने भी साथ में रहे हो वो सब मेरा ग्रुप है... वैसे ज्यादातर लोग दूसरों से, ये तेरा ग्रुप ये हमारा ग्रुप, कहकर दूरी बना लेते थे.. लेकिन शायद मैं ही ऐसा एकमात्र बंदा रहा हूं जो या तो किसी ग्रुप में नहीं था या ऐसा भी कह सकते कि हर ग्रुप का एक सदस्य मैं हमेशा रहा। लेकिन कॉलेज के बाद 2 साल तो मैं लगभग नहीं के बराबर लोगों से मिला.... मेरी बात भी दिन में 4-5 लोगों से ज्यादा किसी से नहीं होती थी...।  लेकिन अब जबसे थोड़ा रेगुलर रेलवे में काम शुरू किया है, तबसे रोज-रोज नए लोगों से मिलना, नई बातें सीखना, अपने कार्यक्षेत्र के व हर तरह के लोगों के साथ बैठना, बातें करना, काम करना, अपने अपने अनुभव बताना। अब ये दैनिक दिनचर्या में शामिल होकर एक आम बात हो गई है। अगर हम भले हैं ना, तो सामने वाले भी भले ही लगते, और इन भले लोगों से बातें करने में अपना समय कब गुजार देते हैं पता ही नही चलता.... इनमें से कई तो अच्छे द