साइबर दुनिया – एक भुलभुलैया

पहले कैंब्रिज एनालिटिका,
अब नमो ऐप और कांग्रेस की वेबसाइट/ऐप

इससे पहले भी जब आधार को लेकर निजता की बात आती थी तो मुझको बहुत हंसी आती थी, क्योंकि जो जानकारियां ये आधार से लीक होने की बात करते थे उनमें से ज्यादातर तो पहले ही ऑनलाइन सर्वर पर स्टोर हो चुकी हैं।
यूजर्स के लिये ये पूरा खेल एक भूलभुलैया जैसा हो गया है। आप कोई ऐप डाउनलोड करो और आपकी सारी जानकारी दूसरे हाथों में पहुंचने का रास्ता खुल जाएं।
ये तो निजता के अधिकार की जबरदस्त धज्जियां उड़ने जैसा है।
इसके लिए मैंने पहले भी साइबर सुरक्षा और इंटरनेट नॉलेज के प्रति कई बार सचेत किया।
आईटी मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय को कई बार ट्वीट करके #CyberSecurity &  #InternetAwareness को हमारे स्कूल पाठ्यक्रम में डालने भी कहा है। पर जब लोगों की अज्ञानता से अगर इन्हें ही फायदा हो रहा तो ये क्यों जागरूकता लाना चाहेंगे।
लेकिन अब इन सब के बीच सबसे अच्छी बात यही है कि लोगों का ध्यान इस ओर गया है,
और उम्मीद है कि लोग अब ख़ुद से जागरूक होंगे।
एक बात और बता दूं इंटरनेट अब तक का सबसे बेहतरीन आविष्कार है, आपको जो भी जानना है, सब इंटरनेट पर मौजूद है, सब से मतलब गलत चीजों से भी है। समझदार आपको बनना होगा और देखना होगा कि आपको क्या सीखना है, किस दिशा में जाना है।

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