महँगाई बढ़ने के फ़ायदे

पढ़ कर आश्चर्य तो हुआ होगा किन्तु इसके फ़ायदे भी हो सकते है। भारत में अगर महँगाई बढ़ रही है तो लोगो की आय भी तो बढ़ रही हैं , फिर भी महँगाई को बहुत बड़ी समस्या कहा जाता है। क्यों?
 मै इस विषय में पहले भी सोचता था लेकिन मोहल्ला 80 देखने के बाद लिखने की सोची कि इसके फ़ायदे भी हो सकते है।
दूसरे देश जिनकी मुद्रा की क़ीमत ₹ की तुलना में बहुत अधिक है , वहाँ एक भारतीय के लिए महँगाई बहुत अधिक है लेकिन वहाँ के व्यक्ति के लिए बहुत कम है।
लेकिन अगर वो व्यक्ति जिसकी हालत उसके देश में  निम्न-स्तर की है, वो भी भारत आकर एकदम रईस-सा जीवन जी सकता है। 

भारत को विदेशी वस्तुओं के आयात में बहुत अधिक खर्च करने होते है लेकिन विदेशी राज्य बहुत कम क़ीमत में देश की वस्तुओं का आयात कर लेते है। क्योंकि दोनों देश की मुद्रा के मूल्य में अंतर होता है।

तो स्पष्ट है की इस असंतुलन को कम करना होगा, इसे कम करने के लिए हम दो रास्ते हो सकते है; पहला की हम विदेशी वस्तुओं का मूल्य कम करें या दूसरा देश की वस्तुओं का मूल्य बढ़ा दे। पहला तो ऑउट ऑफ़ कंट्रोल है, लेकिन दूसरा उपाय करने के लिए हमें देश की एक बहुत बड़ी समस्या महँगाई को साकारत्मक रूप में लेना होगा। 
महँगाई बढ़ती है तो सिर्फ महँगाई ही नहीँ आय भी बढ़ती है, ये एक सच्चाई है लेकिन इसे हम जानकर भी स्वीकार नहीँ करना चाहते।
जैसे सब्जियों की क़ीमत बढ़ने से सब्जी बेचने वाले की आय बढ़ती है; उसी प्रकार महंगाई से हर उत्पादक, विक्रेता और कर्मचारी की भी आय बढ़ेगी। इस प्रकार देश के हर व्यक्ति की आय अगर बढ़ती है तो महँगाई समस्या नहीँ बल्कि देश के विकास में सहभागी साबित होगी।


नोट-
 1)मैं यहाँ केवल वस्तुओं की महँगाई नहीँ बल्कि सेवा की भी महंगी होने की बात कर रहा हूँ।

3)हम रूपये के अवमूल्यन के नाम पर हमेशा चिंतित होते है, अगर महँगाई बढ़ती जाएँ तो रूपये की कीमत में भी बढ़ोत्तरी होगी।

2)आपसे एक आग्रह कि प्लीज़ महँगाई को सकारात्मक रूप में ले। और बेवजह चिंतित हो अपनी हृदयगति न बढ़ाये।

3)महँगाई त्वरित रूप में तो समस्या है, लेकिन विस्तृत रूप में ये हितकर भी हो सकती है।

4)हो सकता है कि मैंने इस लेख में कुछ तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा हो , अगर आप को कुछ भी गलत लगे तो भी और अच्छा लगे तो भी आपके विचारों का सदैव स्वागत है🙏🙏

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